अनुज गौतम/सागर: जिले के मोती नगर थाना क्षेत्र में हत्या के बाद जबरन अंतिम संस्कार करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. डॉक्टरों की टीम ने श्मशान घाट से अस्थियों को एकत्रित कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा है. इसमें डीएनए रिपोर्ट का मिलान किया जाएगा. हैरान कर देने वाले इस मामले में पीड़ित पक्ष इतना डरा हुआ था कि वह शिकायत करने दो दिन तक थाने भी नहीं पहुंचा. गोपनीय सूचनाओं के आधार पर पुलिस ही पीड़ित पक्ष के पास पहुंची और मामले की जांच शुरू की. वहीं, पीड़ित परिवार के घर पर सुरक्षा देने के लिए पुलिस बल भी तैनात है.
तीन दिन बाद श्मशान घाट पहुंची पुलिस
सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने बताया कि यह मामला मोती नगर थाना क्षेत्र के कनेरा देव गांव का है. जहां 28 फरवरी को गांव के ही आरोपी पप्पू घोसी ने निर्मल पटेल को अपने ऑफिस बुलाया, जहां रस्सी से हाथ-पैर बांधकर उससे मारपीट की. इसमें पप्पू के परिजन भी शामिल थे. जब निर्मल के भाई को पता चला तो वह भी मौके पर पहुंचा. निर्मल को छोड़ने के लिए कहा तो आरोपी पप्पू ने पैसे मांगे. निर्मल का भाई घर से पैसे ले गया. इसके बाद वह निर्मल को लेकर घर पहुंचा, जहां उसकी तबीयत बिगड़ गई. निर्मल को अस्पताल लेकर गए, तो इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. जब आरोपी पप्पू को इसकी जानकारी लगी तो उसने थाने में शिकायत नहीं करने की धमकी दी और 29 फरवरी को सुबह निर्मल का अंतिम संस्कार करवा दिया.
पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा
पुलिस के अनुसार, 29 फरवरी की शाम पुलिस को सूचना मिली तो इसमें तीन टीमें बनाकर जांच की गई. घटनाक्रम की पुष्टि हुई तो परिजनों से बातचीत हुई और फिर संदेशों के तौर पर गांव के ही आरोपी परिवार के लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. पुलिस ने पप्पू घोषि, संजय घोसी, मस्तराम घोसी, गगन, ऋषि, बसंत, उमेश घोसी, विजय गौड़, संतोष पटेल, सुरेंद्र गौड़, नीतीश अहिरवार और करण पटेल पर धारा 302 364ए, 347 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है.
शव की राख और अस्थियां उठाई
पुलिस के अनुसार, बॉडी का अंतिम संस्कार किया जा चुका था, इसलिए जिला अस्पताल के डॉक्टर की टीम श्मशान घाट पहुंची. वहां से शव की राख और अस्थियां एकत्रित की गईं. उन्हें मोती नगर थाने भेजा गया. मोती नगर थाने में जपती के बाद इन्हें सागर में स्थित मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी स्टेट फॉरेंसिक लैब में भेजा गया है. यहां से जो डीएनए रिपोर्ट आएगी, उसका मिलान उस ब्लड सैंपल से किया जाएगा, जिसे मौका-ए-वारदात से इकट्ठा किया गया है.