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प्रयागराज के शंकरगढ़ के एक महिला ने खाना मांगने पर चार वर्षीय सौतेले बेटे की पहले पिटाई की और फिर गला दबाकर उसे मार डाला। मासूम की हत्या के बाद वह भाग निकली। बच्चे के पिता की सूचना पर शंकरगढ़ पुलिस ने घेराबंदी कर आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ पर आरोपी महिला ने कहा कि बार-बार परेशान करने पर उसने बच्चे को मार डाला। पुलिस का कहना है कि विधिक कार्रवाई की जा रही है।
शंकरगढ़ के वार्ड नंबर 10 हज्जी टोला निवासी अजय कुमार की पहली पत्नी सविता दो साल पहले उसे छोड़कर चली गई थी। पहली पत्नी से उसके दो बेटे आठ वर्षीय कृष्णा एवं चार वर्षीय कान्हा थे। बच्चों की देखभाल के लिए अजय ने दो साल पहले सतना की गुड़िया से दूसरी शादी कर ली। आरोप है कि गुड़िया ने शुरू से बच्चों से सौतेला व्यवहार किया। वह दोनों सौतेले बेटों कृष्णा और कान्हा को मारती पीटती थी।
रविवार सुबह गुड़िया ने किसी बात पर नाराज होकर कान्हा की पिटाई कर दी। उस वक्त अजय घर में था। उसने किसी तरह बेटे को बचाया और फिर मजदूरी करने निकल गया। आरोप है कि इस बीच गुड़िया ने कान्हा का गला दबाकर मार डाला। वह गांव से भागने लगी। बड़े बेटे ने शोर मचाया तो ग्रामीणों से अजय को वारदात की जानकारी मिली। उसने पुलिस से शिकायत की। डीसीपी यमुनानगर, श्रद्धा पांडेय ने कहा कि युवक की शिकायत पर पुलिस ने हत्यारोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके विधिक कार्रवाई की जा रही है।
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खाना मांगने पर मासूमों को पीटती थी सौतेली मां
चार साल के कान्हा की हत्या की खबर लेकर अजय जब शंकरगढ़ थाने पहुंचा तो पुलिस भी हैरान रह गई। उसने बताया कि उसके बेटे की हत्या करने वाला कोई दूसरा नहीं बल्कि उसकी दूसरी पत्नी गुड़िया है। हत्या की खबर पुलिस अफसरों तक पहुंच गई। शंकरगढ़ पुलिस जांच के लिए अजय के घर पहुंची। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। कान्हा का शव पड़ा था। उसके शरीर पर भी चोट के निशान थे। इस हत्या का चश्मदीद कान्हा का बड़ा भाई कृष्णा वहीं था। उसके चेहरे पर भी काला निशान था। पूछने पर बोला कि मां(गुड़िया) ने मारा था। वह रोज मारती थी। कल भी दोनों भाइयों को मारा था।
जब भी खाना या कुछ मांगों को पहले मारने पीटने लगती थी। पिता को भी मारती थी। इसके कारण वह भी कुछ नहीं बोल पाते थे। बताया जा रहा है कि अजय के रिश्तेदारों के हस्तक्षेप करने पर गुड़िया ने सबको धमकी दी थी कि दहेज उत्पीड़न के मुकदमे में फंसा देगी। इस डर से कोई भी अजय की मदद नहीं करता था। अजय के पिता भी इस दुनिया नहीं है। वह अपनी दूसरी पत्नी और दोनों बच्चों के साथ रहता था। पुलिस को अजय ने बताया कि जब उसे मारने की सूचना मिली तो वह कान्हा को लेकर अस्पताल गया था लेकिन डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।