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यूपी के फतेहपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां 2024 की हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा की मेधावी छात्रा ने सोमवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने बिना पुलिस को सूचना दिए मंगलवार को शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया। जानकारी के मुताबिक जिला टॉपर बनने से एक नंबर चूक गई थी। जिसका उसे मलाल था। इसे लेकर अक्सर वह खोयी-खोयी रहती थी।
ये घटना जाफरगंज क्षेत्र के पांडेपुर गांव का है। जहां योगेंद्र सिंह की 16 साल की बेटी साक्षी पास के ही फिरोजपुर के कृष्णा इंटर कॉलेज में 10वीं की छात्रा थी। इस साल हुए हाईस्कूल की परीक्षा में उसके 85.3 फीसदी से अधिक नंबर आए थे। लेकिन वह एक अंक कम होने से जिला टॉप की लिस्ट से वंचित रह गई थी। हालांकि इसके बावजूद बेटी की कामयाबी से पूरा परिवार उत्साहित था। बेटी का स्कूल में फूल मालाओं से स्वागत हुआ था। अखबारों में फोटो छपी थी। स्कूल ने सम्मानित भी किया गया था लेकिन उसे एक नंबर कम आने का मलाल परेशान किए हुए था। ग्रामीणों के मुताबिक साक्षी बचपन से ही पढ़ने में होशियार थी। मेरिट लिस्ट में न आ पाने की वजह से परेशान और गुमशुम रहती थी।
सोमवार रात करीब नौ बजे जब घर के लोग सो गए तो वह घर के बगल में बने पशुबाड़े में स्थित नीम के पेड़ पर लटक कर जान दे दी। अगली सुबह जब मां वहां पहुंची तो बेटी फंदे पर लटकता देख उनकी चीखे निकल गई। परिजनों ने शव को नीचे उतारा और फिर ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया। छात्रा के बहनोई राम प्रकाश ने बताया कि साक्षी पढ़ने में ठीक थी, वह इंटर में और मेहनत करते हुए बायोलॉजी की पढ़ाई के लिए बोल रही थी। पिछले कई महीनों से बीमार भी थी, जिसका इलाज चल रहा था। साक्षी ने क्यों खुदकुशी की इसकी जानकारी नहीं है। उधर, होनहार बेटी की खुदकुशी से पिता टूट गया। उनकी तबियत बिगड़ गई। अचानक उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उनका इलाज चल रहा है। बेटी की मौत से परिजनों में कोहराम है।