Airport News: आईजीआई एयरपोर्ट से जुड़े एक हाईप्रोफाइल केस में जिस शख्स की तलाश की जा रही थी, पता चला कि उसकी मौत सालों पहले हो चुकी है. लेकिन अपराधी कब तक अपनी खैर मनाएगा. थोड़ी देर से ही सही, आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस इस असली गुनहगार को खोजते हुए उसके दरवाजे तक पहुंच गई. और जब, इस मामले की हकीकत सामने आई तो सब चौंक गए.
दरअसल, यह पूरा मामला फ्लाइट से लाखों रुपए की ज्वैलरी चोरी की वारदात से जुड़ा है. बीते समय इस केस में आईजीआई पुलिस ने पहाड़गंज के एक गेस्ट हाउस मालिक और एक ज्वैलर को गिरफ्तार किया था, जिसकी पहचान राजेश कपूर और शरद जैन के रूप में हुई थी. जांच में पता चला था कि राजेश कपूर फ्लाइट में बुजुर्ग मुसाफिरों के बैग से चोरी करता था और शरद जैन चोरी की ज्वैलरी को खरीदता था.
आईजीआई एयरपोर्ट के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, मामले की जांच के दौरान एक और नाम जीरो इन किया गया था और यह नाम था यशपाल का. जांच में पाया गया था कि यशपाल भी एक ऐसा कॉमन नाम है, जो ज्वैलरी चोरी की वारदात जुड़ी हर फ्लाइट में कॉमन था. इस मामले की पड़ताल के दौरान, पुलिस को पता चला कि जिस यशपाल को वह तलाश कर रही है, उसकी सालों पहले मौत हो चुकी है.
… और इस तरह खुलने लगीं मामले की परत दर परत
इस खुलासे के बाद, पुलिस को यकीन हो गया कि यशपाल के नाम का इस्तेमाल कर कोई दूसरा सफर कर रहा है. वहीं, आरोपी राजेश के दस्तावेजों के जांच के दौरान पुलिस की नजर उसके पिता के नाम पर गई, जिसमें यशपाल दर्ज था. जिसके बाद, राजेश से एक बार फिर पूछताछ शुरू की गई. पूछताछ के दौरान, राजेश ने खुलासा किया कि वह अपने मरे हुए भाई ऋषि के साथ-साथ अपने मृत पिता यशपाल के नाम पर भी हवाई सफर करता था.
आठ नई वारदातों और नए ज्वैलर के नाम का हुआ खुलासा
आईजीआई एयरपोर्ट की डीसीपी उषा रंगनानी के अनुसार, पूछताछ के दौरान राजेश ने चोरी की उन आठ उन वारदातों का खुलासा किया, जिसमें उसने अपने मृत पिता के नाम पर हवाई सफर किया था. उल्लेखनीय है कि आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने राजेश की निशानदेही पर सोने की चार अंगूठियां, दो जोड़ी बालियां, तीन कंगन, दो जंजीरें, एक मांग टीका, छह डलियां (418 ग्राम), 660 छोटे-छोटे हीरे सहित कुछ अन्य रत्न बरामद किए थे.
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FIRST PUBLISHED : May 26, 2024, 08:58 IST