हरिकांत शर्मा/आगरा: आगरा पुलिस ने एक ऐसे मामले का खुलासा किया है, जिसे सुनने के बाद आप भी हैरान हो जाएंगे. क्योंकि, मात्र एक फोन के लिए जिगरी यार ने अपने ही बचपन के दोस्त को जान से मार दिया. इस कहानी को जानने के बाद हर कोई दंग है कि एक फोन के लिए कैसे कोई अपने दोस्त की जान ले सकता है.
दरअसल, यह मामला आगरा के मलपुरा थाना क्षेत्र का है जहां फोन न देने पर एक युवक ने अपने ही जिगरी यार को सबसे पहले कीटनाशक दवा पिलाई. जब उसे कुछ नहीं हुआ तो फिर गमछे से गला घोंट दिया, जिससे उसकी जान चली गई. हत्या करने के बाद दोस्त मौके से फरार हो गया. कई महीनों बाद आगरा पुलिस ने हत्या की गुथ्थी को सुलझााया और आरोपी दोस्त को गिरफ्तार कर लिया.
21 महीने बाद मौत का खुलासा
आगरा पुलिस DCP पश्चिमी सोनम कुमार ने बताया कि 13 जून 2022 की सुबह तकरीबन 10:00 बजे सत्य नगर धनौली के रहने वाले मनीष के पास एक फोन आता है. वह अपने परिवार वालों को बिना बताए घर से बाहर निकल गया. उसके बाद वापस नहीं लौटा. दूसरे दिन उसका शव मदर RD स्कूल के पास मिला. उसके गले पर निशान थे. मौके पर सभी लोगों ने जहरीला पदार्थ खाने की बात कही. लेकिन, पोस्टमार्टम में गला दबाने से मौत की बात सामने आई.
दोस्त को पसंद था मृतक का फोन
जब आगरा पुलिस ने इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की तो हैरान करने वाली बात सामने आई. सर्विलांस के जरिए पुलिस ने पता किया तो मनीष के फोन पर उसके ही मित्र अर्जुन का अंतिम कॉल था. पुलिस ने कुठावली के रहने वाले अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया. जांच पड़ताल में अर्जुन ने बताया कि उसे मनीष का एंड्रॉयड फोन बेहद पसंद था. कई बार उसने मनीष से मोबाइल इस्तेमाल करने के लिए मांगा था. लेकिन, उसने नहीं दिया. यह बात अर्जुन को बर्दाश्त नहीं हुई. फोन की चाहत में अर्जुन ने मनीष को मौत की नींद सुलाने का प्लान बनाया. पहले उसने नशीली दवा मनीष को पिलाई. लेकिन, जब कुछ नहीं हुआ तो उसे एक सुनसान जगह पर बुलाया और गमछे से गला घोट दिया. इससे उसकी मौके पर मौत हो गई. आरोपी अर्जुन को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
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FIRST PUBLISHED : March 21, 2024, 12:34 IST